🤣लॉकडाउन(समसामयिक व्यंग्य)🤣
🤣लॉकडाउन(समसामयिक व्यंग्य)🤣 ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ लॉकडाउन चल रहा है, घर से निकलना नहीं... जैसे-तैसे चटनी, पीस-पीस खाइए... चप्पे-चप्पे पर पुलिस यहां, डंडा लिए बैठ रहे... मुफ्त का मसाज,पिछवाड़े पर कराइए... पता करो किस कारण, कोरोना कुपित हुआ... थाली-माली चम्मच कुछ तो बजाइए... आप के खातिर हमने, दारु भट्टी खोल दिए... मनचाहा ब्रांड घर बैठे ही मंगाइए... कमी किसी चीज की, होने हम देंगे नहीं... क्या चाहिए बस खुल के बताइए... कोरोना के कारण अब, जीना दुश्वार हुआ... सब मिलकर इसे, देश से भगाइए... ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ ✍© केतन साहू "खेतिहर"✍️ बागबाहरा, महासमुंद (छग.) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~