💥🔥रावण दहन🔥💥
श्री राम की गूँज उठी,फिर से जय-जयकार है... करने को रावण दहन, सब दल-बल तैयार है... दंभी दानव राज का, दुष्टों के साम्राज्य का, लूट-पाट जो कर रहे, माँ बहनों के लाज का, शोषण,भक्षण कर रहे, उन सबका प्रतिकार है.. श्री राम की गूँज उठी,फिर से जय-जयकार है... फैल रहा है छल कपट,अंधकार छाया विकट, विनाश हो अज्ञान का,ज्ञान दीप अब हो प्रगट, राख-खाक हो सभी, पल्लवित अहंकार है... श्री राम की गूँज उठी,फिर से जय-जयकार है... भाई-भाई में प्यार हो, सुखी सभी परिवार हो, दुष्ट-भाव का नाश हो, पवित्रता का वास हो... विजया-दशमी का पतित,पावन यह त्योहार है.. श्री राम की गूँज उठी,फिर से जय-जयकार है... श्री राम की गूँज उठी,फिर से जय-जयकार है... करने को रावण दहन,सब दल-बल तैयार है... केतन साहू "खेतिहर" बागबाहरा, महासमुंद (छ.ग.) मो. नं.- 7049646478