गुरुवर तुम्हें प्रणाम....
याद आज हम फिर करें, गुरु के शब्द महान।
पुष्प-गुच्छ अर्पित करें, ले-लें उनका ज्ञान।।
मानव के कल्याण को, दिया पंथ सतनाम।
वंदन करतें आप का, गुरुवर तुम्हें प्रणाम।।
सब जन एक समान हैं, ये प्यारा संदेश।
जन-जन में प्रचलित हुआ,उनका यह उपदेश।।
मानव जाति धन्य हुई, फैला ज्ञान प्रकाश।
गुरुवर के सत ज्ञान से, हुआ द्वेष का नाश।।
भेद-भाव सब दूर हो, मिटे मलिनता आज।
प्रेम-प्यार से सब रहें, ऐसा हो आगाज।।
आप सभी को गुरु घासीदास जयंती की
बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं....
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